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Dr. Brajendra Singh Gautam Chancellor, Aryavart University

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पर्दापण से उच्चशिक्षा में एक अभूतपूर्व क्रांति का सृजन हुआ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुऐ रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर आधारित है जिससे आत्मनिर्भर भारत का दिव्य स्वप्न साकार हो सकता है। भारत में उच्चशिक्षा के विकास हेतु आपपर्त विश्‍वविद्यालय , पूर्णतया प्रतिबद्ध है। उच्चशिक्षा राष्ट्र का आधार स्तम्भ होती है, युवा राष्ट्र का सर्वस्व होता है, उसके संबल कंधो पर राष्ट्र का भविष्य निर्भर करता है। शिक्षा का जीवन स्तर जितना ऊँचा होगा, राष्ट्र उतना स्वावलंबी होगा इसलिए ज्ञानार्जन ही राष्ट्र की बहुमूल्य संपत्ति है।

"न हि ज्ञानेन संदृशं पवित्रमिहि " विद्यते ज्ञान के समान पवित्र अन्य कोई विषयवस्तु नहीं है। अच्छी शैक्षणिक संस्थाऐं ज्ञान का केन्द्र होती है और शैक्षणिक संस्थाओं का संचालन भी एक राष्ट्रीय दायित्व है। इन्हीं पवित्र उद्देश्यों के चरण हेतु आर्यावर्त विश्‍वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2022 में की गई तथा विश्‍वविद्यालय के संस्थापकों द्वारा भारत को विश्व गुरु बनाने हेतु छात्र/छात्राओं को ज्ञानगंगा के अह्यन के अनवरत अवसर प्रदान करने का शुभ संकल्प लिया गया है।

मध्यभारत में स्थापित आर्यावर्त विश्‍वविद्यालय संपूर्ण भारत में अपनी विशिष्ट पहचान बनायेगा तथा भारत के छात्र/छात्राओं को शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में अनेकानेक अवसर प्रदान करेगा। विश्वविद्यालय जहाँ शोध व अनुसंधान पर जोर देगा, यही छात्रों द्वारा सृजित नवाचारों को नई दिशा प्रदान करेगा। छात्र/छात्राओं को चाहिए कि वे इस अवसर का लाभ उठायें और शिक्षा जगत में मजबूती से खड़े होने की योग्यता हासिल करें तथा ज्ञान की प्रज्जवलित मशाल को अपने हाथों में लेकर और ऊपर उठाकर आसमान को छू लें।